सूरज पहले जितनी गर्मी देता था, वो अभी भी उतनी ही गर्मी देता है. सूरज पहले जितनी गर्मी देता था, वो अभी भी उतनी ही गर्मी देता है.
कौन निभाता किस का साथ कौन निभाता किस का साथ
एक प्रतीकात्मक रचना जो इंगित करती है एक व्यक्तित्व को ॥॥। एक प्रतीकात्मक रचना जो इंगित करती है एक व्यक्तित्व को ॥॥।
उंगली बढ़ा , मैं कलाई पकड़ लूंगा । उंगली बढ़ा , मैं कलाई पकड़ लूंगा ।
समय दिखाता रहा अँगूठे रिश्ते झूठे नाते झूठे , फिर उन्हें निभाते रहना , अनिकेतन जीवन समय दिखाता रहा अँगूठे रिश्ते झूठे नाते झूठे , फिर उन्हें निभाते रहना , ...
ग्यारह को तो देखकर ही सभी नौ दो ग्यारह होना चाहते ग्यारह को तो देखकर ही सभी नौ दो ग्यारह होना चाहते